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Earthquake In Kishtwar : जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ और डोडा में महसूस हुए भूकंप के झटके, रिक्टर स्केल पर 3.2 रही तीव्रता

दोपहर को भूकंप (earthquake) के हल्के झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर स्केल (richter scale) पर भूकंप की तीव्रता 3.2 दर्ज की गई।

Earthquake In Kishtwar : जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) में एक आज गुरुवार 19 जनवरी को धरती कांप उठी। जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ (Kishtwar) और डोडा (Doda) जिले में दोपहर को भूकंप (earthquake) के हल्के झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर स्केल (richter scale) पर भूकंप की तीव्रता 3.2 दर्ज की गई। इसका केंद्र जमीन से 10 किलोमीटर नीचे था। फिलहाल किसी भी तरह के जानमाल के नुकसान की कोई सूचना नहीं मिली है।

जम्मू कश्मीर में कई क्षेत्र संवेदनशील

मिली जानकारी के अनुसार, भूकंप (earthquake) के झटके कुछ सेकेंड के लिए ही महसूस किए गए। लोग भूकंप (earthquake) के झटके महसूस करने के बाद अपने घरों से बाहर आ गए। भूकंप के लिहाज से जम्मू कश्मीर में कई क्षेत्र संवेदनशील हैं। इन क्षेत्रों में लगातार भूकंप के झटके महसूस होते रहते हैं। इससे पहले भी घाटी में कई बार भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। इससे पहले भी किश्तवाड़ जिले में भी कई बार भूकंप आ चुका है।

पहले भी महसूस हुए भकंप के झटके

कुछ दिन पहले ही जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.6 मापी गई थी। भूकंप से किसी तरह के जान-माल का नुकसान नहीं हुआ। भूकंप 8 जनवरी रविवार रात करीब 11.15 बजे आया था।

इन जगहों पर महसूस हुए भकंप के झटके

इस दौरान भूकंप भारत, पाकिस्तान, ताजिकिस्तान और अफगानिस्तान में महसूस किया गया। भूकंप पर नजर रखने वाले अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) ने बताया था कि भूकंप भारत, पाकिस्तान, ताजिकिस्तान और अफगानिस्तान में महसूस किया गया था। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने एक ट्वीट में कहा था कि 5.9 तीव्रता का भूकंप शाम 7.55 बजे आया था।

भूकंप की वजह

भूकंप के आने का मुख्य कारण धरती के अंदर प्लेटों का टकरना है। धरती के अंदर 7 प्लेट्स होती हैं जो लगातार घूमती रहती हैं। जब ये प्लेट्स किसी जगह पर आपस में टकराती हैं, तो वहां फॉल्ट लाइन जोन बन जाता है और सतह के कोने मुड़ जाते हैं। सतह के कोने मुड़ने की वजह से वहां दबाव बनता है और प्लेट्स टूटने लगती हैं। इन प्लेट्स के टूटने से अंदर की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है, जिसकी वजह से धरती हिलती है और हम इसे भूकंप महसूस होता है।

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