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UPSC Success story : IAS के तीसरे प्रयास में बाजी मार Pari Bishnoi बनी अपने समाज की पहली महिला आईएएस अधिकारी

UPSC Success story : राजस्थान के अजमेर की रहने वाली परी बिश्नोई ने इसी कहावत को सार्थक कर दिखाया है यूपीएससी की परीक्षा में जहां पर लगातार उनका मनोबल गिरता जा रहा था लेकिन परी बिश्नोई ने भी यह ठान रखा था कि उन्हें आईएएस अधिकारी ही बनना है। IAS टीना डाबी की तरह देश की कई बेटियां हैं, जिन्होंने अपनी मेहनत और लगन से अपना सपना पूरा किया है. इन्हीं आईएएस अधिकारियों में से आज हम आपको IAS परी बिश्नोई की सफलता के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनकी मां एक इंस्पेक्टर हैं और उनकी बाबा अपने गांव के 4 बार सरपंच रह चुके हैं. इस आईएएस अधिकारी का नाम परी बिश्नोई है.

आइए आपको बताते हैं कैसे परी बिश्नोई की यह खूबसूरत कहानी इन दिनों लोगों के दिलों को जीत रही हैं. जो कई बार फेल होने के बाद भी अपने सपनों को हासिल करने में कामयाब हुई है।

UPSC Success story : राजस्थान के बीकानेर में IAS परी बिश्नोई का जन्म 26 फरवरी 1996 को हुआ था. परी के पापा मनीराम बिश्नोई एडवोकेट और उनकी मां सुशीला बिश्नोई अजमेर जिले में जीआरपी थानाधिकारी हैं. IAS परी बिश्नोई के माता-पिता ने बचपन से ही परी को आगे बढ़ने और अपने मन से मुताबिक काम करने के लिए प्रेरित किया. बता दें कि IAS परी बिश्नोई अपने समाज की पहली महिला आईएएस अधिकारी हैं. 

राजस्थान की परी बिश्नोई ने तीसरी बार में अर्जित की सफलता
UPSC Success story : राजस्थान के अजमेर जिले की रहने वाली परी बिश्नोई की मनोबल बढ़ाने वाली कहानी इन दिनों लोगों को खूब पसंद आ रही है। दरअसल 12वीं में ही परी विश्नोई ने यह ठान लिया था कि वह आईएएस अधिकारी बनेगी और अपने देश की सेवा करेगी जिसकी वजह से वह लगातार अपने प्रयास कर रही थी।

UPSC Success story : हालांकि पहले प्रयास में जब परी बिश्नोई को सफलता नहीं मिली तब उन्होंने यह ठान रखा था कि वह एक बार फिर से प्रयास करेगी लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था क्योंकि दूसरे प्रयास में भी परी विश्नोई को वह सफलता नहीं मिली जो वह चाहती थी। आइए आपको बताते हैं कैसे परी बिश्नोई ने अपने तीसरे प्रयास में ऐसी सफलता अर्जित की जिसको देखकर सभी लोग उनकी तारीफ करते नजर आ रहे हैं।

माता-पिता ने बढ़ाया परी बिश्नोई का हर कदम पर हौसला
UPSC Success story : अजमेर के एमडीएस विश्वविद्यालय से पोस्ट ग्रेजुएट करने वाली परी बिश्नोई को यूपीएससी के परीक्षा में बैठना था और उन्होंने ठान रखा था कि वह आईएएस अधिकारी ही बनेगी इसी वजह से लगातार नाकामयाब होने के बाद भी परी बिश्नोई हार नहीं मान रही थी।

परी बिश्नोई ने यूपीएससी एग्जाम के तीन बार पेपर दिए. इसी बीच परी ने नेट-जेआरएफ परीक्षा पास कर ली थी, लेकिन उन्हें सिविल सर्विस में ही आगे बढ़ना था इसलिए उन्होंने यूपीएससी की तैयारी में ही जुटी रही और साल 2019 में यूपीएससी एग्जाम के तीसरे अटेंप्ट में 30वीं रैंक हासिल की. 

बता दें कि राजस्थान की रहने वाली आईएएस परी बिश्नोई सोशल मीडिया पर एक्टिव रहती है और वह लोगों के बीच काफी फेमस हैं. परी के इंस्टाग्राम पेज पर 99 हजार से ज्यादा फॉलोअर्स हैं और वह अक्सर अपने फैंस के साथ फोटोज शेयर करती रहती हैं. वर्तमान में IAS परी बिश्नोई गंगटोक की एसडीएम पद पर तैनात हैं. 

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