Rajasthan : 6 लाख 22 हजार 43 आशार्थी बेरोजगार भत्ते से लाभान्वित – चांदना
Rajasthan : अशोक चांदना ने मंगलवार को विधानसभा में बताया कि प्रदेश में 21 फरवरी 2023 तक कुल 6 लाख 22 हजार 43 आशार्थियों को बेरोजगारी भत्ते से लाभान्वित किया जा चुका है। वर्तमान में 1 लाख 90 हजार 873 पात्र आशार्थियों को बेरोजगारी भत्ता दिया जा रहा है। इनमें 1 लाख 7 हजार 431 पुरूष एवं 83 हजार 442 महिलाएं शामिल हैं।
Rajasthan : चांदना प्रश्नकाल के दौरान सदस्य द्वारा इस संबंध में पूछे गए पूरक प्रश्नों पर जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि शिक्षित बेरोजगार ही इस योजना में पात्र हैं तथा पात्र आवेदकों को 2 वर्ष तक भत्ता देने का प्रावधान है। चांदना ने बताया कि कुल 10 लाख 8 हजार शिक्षित बेरोजगारों ने इस योजना में आवेदन किया। जिनमें से 2 लाख 65 हजार आवेदन अपूर्ण होने के कारण आवेदकों को लौटा दिए गए तथा 37 हजार 235 आवेदन पात्र पाए गए हैं। जिन्हें 2 लाख की सीमा के भीतर अगले टर्म की एक तारीख से भत्ता मिलना शुरू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि मात्र 28 हजार 985 आवेदन ही जांच के लिए विभाग के पास अब लंबित हैं और मात्र 54 हजार 395 आवेदन ही निरस्त हुए हैं।
Rajasthan : इससे पहले विधायक सतीश पूनिया के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में चांदना ने अवगत कराया कि विभागीय पोर्टल के अनुसार 21 फरवरी 2023 को कुल 18 लाख 40 हजार 44 बेरोजगार आशार्थी पंजीकृत हैं जिनमें पुरूषों की संख्या 11 लाख 22 हजार 90 तथा महिलाओं की संख्या 7 लाख 17 हजार 555 एवं 399 अन्य हैं। उन्होंने बताया कि 21 फरवरी 2023 तक कुल 6 लाख 22 हजार 43 आशार्थियों को लाभान्वित किया जा चुका है। जिनमें से वर्तमान में 1 लाख 90 हजार 873 पात्र आशार्थियों को बेरोजगारी भत्ता दिया जा रहा है। उन्होंने इसका जिलेवार संख्यात्मक विवरण सदन के पटल पर रखा।
Rajasthan : कौशल, नियोजन एवं उद्यमिता राज्यमंत्री ने बताया कि विभाग द्वारा बेरोजगारी दर के आंकड़ों का संधारण नहीं किया जाता है तथा बेरोजगार आशार्थियों को पंजीयन करवाया जाना अनिवार्य भी नहीं है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में बेरोजगार युवाओं को रोजगार प्रदान करने के लिए रोजगार सहायता शिविरों का आयोजन किया जाता है। जनवरी 2019 से जनवरी 2023 तक 1062 रोजगार सहायता शिविरों का आयोजन किया जा चुका है। इन शिविरों में 1 लाख 8 हजार 890 युवाओं को लाभान्वित किया जा चुका है। जिनमें से 87 हजार 173 बेरोजगार आशार्थियों का निजी क्षेत्र की कंपनियों में प्राथमिक चयन किया गया एवं 6363 आशार्थियों को स्वरोजगार के अवसर प्रदान किए गए और 15354 का प्रशिक्षण के लिए चयन किया गया।
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