New Delhi: बुधवार को भी गर्मी के तेवर (HeatWave Warning) तल्ख ही बने रहे। दिन भर धूप खिली रही जबकि वर्षा का कहीं नामोनिशान तक नजर नहीं आया। इतना जरूर है कि बुधवार को अधिकतम तापमान कुछ कम रहा। मौसम विभाग ने अब बृहस्पतिवार को गर्जन वाले बादल बनने एवं हल्की वर्षा होने का अनुमान जताया है।
इन राज्यों में पड़ रही भीषण गर्मी
उत्तर से लेकर दक्षिण तक के राज्यों में इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है। यूपी, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, बिहार समेत ज्यादातर राज्यों में अधिकतम तापमान 40 डिग्री के आसपास या उससे अधिक बना हुआ है। पूर्वी भारत के राज्यों में अगले तीन दिनों के लिए गर्मी को देखते हुए हीटवेव की चेतावनी जारी की गई है। हालांकि 20 से 23 अप्रैल तक उत्तर पश्चिम भारत में झमाझम बारिश होने के संकेत हैं।
राजस्थान में दिखा पश्चिमी विक्षोभ का असर
पाकिस्तान से आई आंधी और हिमालय से आए पश्चिमी विक्षोभ (HeatWave Warning) के कारण राजस्थान को लोगों को काफी राहत मिली है। पहाड़ी इलाकों में हुई बर्फबारी के कारण हिमालय के क्षेत्र से आ रही हवा ठंडी है। इसके साथ ही प्रदेश में हुई बारिश ने दो से तीन डिग्री तक तापमान गिरा है। हवा में पर्याप्त नमी के कारण तपन कम हो गई है। मौसम विभाग ने बताया है कि आज भी तापमान में तीन से चार डिग्री की गिरावट आ सकती है। कई जगहों पर बारिश होने की संभावना अभी भी बनी हुई है।
इन जिलों में चली धूलभरी आंधी
बुधवार को सीकर, चूरू, झुंझुनूं, जयपुर सहित कई अन्य जिलों में बुधवार को मौसम का मिजाज बदला हुआ नजर आया। दिनभर धूलभरी आंधी चली, साथ ही बादल छाए रहे, जिसके कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा हालांकि, तेज रफ्तार हवा व बादलों ने लोगों को गर्मी से राहत भी दिलाई। एक दिन पहले 18 स्थानों पर तापमान 40 डिग्री से अधिक था। अब इसमें काफी कमी आई है। बुधवार को केवल तीन स्थान पर पारा 40 डिग्री से अधिक रहा।
जैसलमेर में गिरे ओले
पाकिस्तान से उठे धूलभरे वबंडर का असर राजस्थान तक आ पहुंचा। सीमावर्ती जैसलमेर में रेतीले तूफान से सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ। पश्चिमी विक्षोभ के कारण पूरे इलाके में तेज हवाओं और धूलभरी आंधी का दौर जारी रहा। जैसलमेर के नाचना, मोहनगढ़, तनोट, रामगढ़, लोंगेवाला और दामोदरा समेत कई इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई और ओले भी गिरे। मोहनगढ़ में रेतीले तूफान के बाद बारिश के साथ ओले गिरने से मंडी में बेचने के लिए रखी किसानों की कटी फसल को काफी नुकसान हुआ है।