इंडिया

अविश्वास प्रस्ताव पर लोकसभा में आज भी हंगामा, Rahul Gandhi बोले- मणिपुर में भारत माता की हत्या हुई, स्मृति ने किया पलटवार

New Delhi: लोकसभा में आज लगातार दूसरे दिन भी अविश्वास प्रस्ताव (Rahul Gandhi) पर बहस हुई। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने संसद में बोलते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा। राहुल ने कहा कि मैं मणिपुर गया, हमारे पीएम नहीं गए। पीएम के लिए मणिपुर भारत नहीं है। सच्चाई ये है कि मणिपुर नहीं बचा है। राहुल के आरोपों पर स्मृति ईरानी ने जवाब दिया।

“पीएम के लिए मणिपुर हिंदुस्तान नहीं”

राहुल गांधी ने कहा कि “मैं मणिपुर गया, हमारे पीएम नहीं गए। पीएम के लिए मणिपुर भारत नहीं है। सच्चाई ये है कि मणिपुर नहीं बचा है। मणिपुर को आपने दो हिस्सों में बांट दिया है। मणिपुर में रिलीफ कैंप में मैंने महिलाओं से बात की। एक महिला ने बताया कि मेरा एक ही बच्चा था। मेरे सामने उसे गोली मार दी गई। मैं पूरी रात उसकी लाश के साथ लेटी रही। मुझे डर लगा और मैंने अपना घर-सामान छोड़ दिया।”

इतिहास में पहली बार भारत मां की हत्या की बात हुई

स्मृति ईरानी ने कहा कि पहली बार राष्ट्र के इतिहास में भारत मां की हत्या की बात हुई और कांग्रेस ताली बजाती रही। जो भारत की हत्या की बात पर ताली पीटती है। इस बात का संदेश पूरे देश को दिया की मन में गद्दारी किसकी है। मणिपुर खंडित नहीं है। मेरे देश का अंग है।

कांग्रेस पर बरसीं स्मृति ईरानी

स्मृति ने कहा कि आपके सहयोगी दल के नेता ने तमिलनाडु में कहा था कि भारत का मतलब उत्तर भारत है। राहुल गांधी में हिम्मत है, तो डीएमके के अपने साथी का खंडन करके बताएं। स्मृति ने पूछा कि कांग्रेस का एक नेता कश्मीर को भारत से अलग करने की बात करता है। आज उसका खंडन क्यों नहीं करते।

स्मृति का राहुल पर तंज

स्मृति ईरानी ने कहा कि मैं जोड़ों के दर्द पर कुछ नहीं कहूंगी। राहुल गांधी कश्मीर में बर्फ के साथ खेलते नजर आए थे। ये धारा 370 हटाने के कारण ही संभव हो पाया है।

स्मृति ने राहुल गांधी पर लगाया अभद्र इशारे करने का आरोप

स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, राहुल गांधी संसद से अभद्र इशारे करते हुए गए। उन्होंने महिला सांसदों का अपमान किया। स्मृति ने राहुल गांधी पर फ्लाइंग किस का आरोप लगाया है। इस मामले की महिला सांसद स्पीकर से शिकायत करेंगी।

Read More- Maharashtra: महाराष्ट्र सीएम शिंदे के बेटे ने अचानक संसद में क्यों पढ़नी पढ़ी हनुमान चालीसा

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button