Rajasthan News: चुनाव से पहले अपराधियों पर ऐसा लगाम गला रही है पुलिस, कोटा में हिस्ट्रीशीटर कालू की कराई परेड
Rajasthan News: कोटा में चुनाव नजदीक आते ही अपरधियों पर शिकंजा कसा जा रहा है. जिन अपराधियों ने बड़ी घटनाएं की हैं. क्षेत्र में उनका दबदबा है, खौफ है, उनसे उन्हीं के क्षेत्र में पैदल मार्च कराया जा रहा है.पुलिस इस तरह से उनके खौफ को कम करने की कोशिश कर रही है. इसका मकसद आमजन में पुलिस के प्रति विश्वास बनाए रखना और अपराधियों में खौफ पैदा करना है. कोटा पुलिस ने इसी क्रम में पुलिस पर फायरिंग के आरोपी कालू भड़क को उसी के क्षेत्र में पैदल मार्च करवाया. उसके ड्राइवर को भी इलाके में घुमाया गया.
बेरिकेड तोड़कर पुलिस पर की थी फायरिंग
पुलिस ने कांग्रेस नेता देवा भड़क के भाई हिस्ट्रीशीटर कालू भड़क और उसके ड्राइवर हरिओम उर्फ सत्यनारायण की रामपुर इलाके में परेड करवाई. कालू भड़क पर संगीन धाराओं वाले 33 केस दर्ज हैं. कालू भड़क का इस इलाके में काफी खौफ है. उसकी दहशत को कम करने के लिए पुलिस ने उसे बीच चौराहे पर घुमाया. कालू और उसके साथियों ने हाल ही में रानपुर में फायरिंग करने के साथ धमकाने की दो वारदात की थीं. इसके बाद उन्होंने कोटा ग्रामीण और बारां जिले में पुलिस बेरीकेड तोड़कर पुलिस पर अंधाधुंध फायरिंग की थी. एक ही दिन में उसके खिलाफ 6 केस दर्ज किए गए थे.
रानपुर चौराहा पर 7 जून को कालू भड़क ने भीमराज पर फायरिंग की थी.इसके बाद जगपुरा में दुकान पर शराब देने को लेकर सेल्समैन को धमकाया था. रानपुर पुलिस ने यह दोनों केस दर्ज किए थे.आरोपियों ने कोटा में वारदात को अंजाम देने के बाद भागते समय आयाना बुढादीत, बारां जिले के मांगरोल में नाकाबंदी तोड़कर पुलिस कर्मियों को टक्कर मारते हुए उन पर फायरिंग की थी. पुलिस ने कालू भड़क और उसके ड्राइवर हरिओम उर्फ सत्यनारायण को मांगरोल में गिरफ्तार किया था.
बदमाश से करवाई उठक-बैठक
कालू भड़क को प्रोडक्शन वारंट पर रानपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है.इससे पूर्व भी किशोरपुरा पुलिस ने इशरत नांजी को भी इसी तरह ही परेड कराई थी. उससे चौराहे पर सबके सामने कान पकडकर उठक-बैठक लगवाई थी. डीएसपी हर्ष राज खरेडा के नेतृत्व में जाप्ता फायरिंग वाले स्थान पर कालू और हरिओम को रानपुर तिराहा लाया गया. वहां से शराब के ठेके तक पैदल परेड करवाई गई. करीब 1 घंटे तक पुलिस ने इलाके में घटनास्थल की तस्दीक कराई.पुलिस उसकी संपत्ति और कारोबार पर भी नजर रखे हुए है. कालू पर 33 मुकदमें दर्ज हैं.इसमें से 10 प्रकरण संगीन धाराओं में हैं.