Rajasthan Election 2023: महिला नेता को भरी सभा में टिकट, लिस्ट के बाद अफसरों की पत्नियां चुनावी मैदान में
Jaipur: सत्ताधारी पार्टी की राजनीति (Rajasthan Election 2023) में इन दिनों कई घटनाएं ऐसी सुनने को मिल रही हैं जिनकी पहले कल्पना भी नहीं की जा सकती थी। पिछले दिनों एक मंत्री तक मुखिया का संदेश पहुंचाना था। इसका जिम्मा एक खास नजदीकी को दिया गया। नजदीकी ने मंत्री को फोन घुमाया और मुखिया का संदेश सुना दिया। बदले में मंत्री ने कुछ पॉलिटिकल फीडबैक दिया, आसपास की सीटों के समीकरणों और नेताओं के नाम बता दिए। इस पर नजदीकी का लहजा और लैंग्वेज ग्रेसफुल नहीं थी, जिसकी अब दबी जुबान में चर्चा हो रही है। दीवारों के भी कान होते हैं, जिस वक्त मुखिया के नजदीकी ने मंत्री से फोन पर बात की, पास में कोई सुन रहा था। उस वक्त मंत्री राजधानी से बाहर थे, अन्यथा जिस लहजे में जो बातें कही गईं उसका जवाब उन्हें भौतिक रूप से मिल सकता था।
महिला नेता को भरी सभा में टिकट
प्रदेश की दो प्रमुख पार्टियों में टिकट के लिए भी चुनाव (Rajasthan Election 2023) लड़ने जैसी मेहनत करनी होती है। कोई पैरोकार नहीं हुआ तो टिकट भूल ही जाइए, लेकिन आपके सियासी ताल्लुकात अच्छे हों तो टिकट घर बैठे आता है। सत्ता वाली पार्टी के संगठन मुखिया ने खुद की नामांकन सभा में एक महिला नेता को टिकट की घोषणा से पहले ही उम्मीदवार घोषित कर दिया। जिनके नाम की घोषणा की वे पहले हार चुकी हैं, लेकिन सभा में टिकट घोषित होना भी कम बात नहीं है। पिछले दिनों प्रदेश के मुखिया ने भी पूर्वी राजस्थान के जिले में पांच नेताओं को टिकटों की घोषणा से पहले उम्मीदवार बताकर जिताने की अपील की,उन सबको टिकट मिले थे।
पूर्व मुखिया के यहां बढ़ गई भीड़
सियासत की की रीत अनूठी है। मौसम से भी ज्यादा तेजी से यहां सबकुछ बदलता है। जबसे विपक्षी पार्टी ने उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट निकाली है, प्रदेश की पूर्व मुखिया के बंगले पर तिल धरने को जगह नहीं मिल रही। अचानक हुए इस बदलाव के पीछे लिस्ट का ही कमाल है।