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Rajasthan News: जेल में फिर बिगड़ी आसाराम की तबीयत, एम्स में हुई एंजियोग्राफी, सीसीयू में भर्ती

जोधपुर: आसाराम को एक बार फिर जोधपुर एम्स (Rajasthan News) में एंजियोग्राफी करवानी पड़ी। बता दें कि आसाराम हृदय रोग से पीड़ित हैं और सीने में लगातार दर्द की शिकायत है, जिसके बाद डॉक्टरों ने कहने पर जांच करवाई गई। रिपोर्ट के अनुसार आसाराम के दिल की दो नसों में करीब 90 फीसदी ब्लॉकेज है, ऐसे में डॉक्टरों ने एंजियोप्लास्टी की जरूरत बताई है। हिमोग्लोबीन कम होने के चलते खून की चढ़ाया गया। फिलहाल, आसाराम कार्डियक केयर यूनिट में भर्ती हैं। माना जा रहा है कि अगले कुछ दिनों तक उसे एम्स में ही रखा जाएगा। स्वास्थ्य में सुधार के बाद ही उसे जेल में शिफ्ट किया जाएगा।

आसाराम आयुर्वेद पद्धति से करवाना चाहते हैं उपचार

आपको बता दें कि कुछ दिन पहले भी सीने में अचानक दर्द होने की वजह से आसाराम को एम्स जोधपुर में भर्ती कराया गया था। जहां इमरजेंसी में जांच की गई थी। तबीयत गंभीर होने की वजह से डाक्टरों की टीम ने आसाराम को एम्स अस्पताल में भर्ती करने का फैसला किया था। जोधपुर एम्स में आसाराम बापू पुलिस, सुरक्षा गार्ड और हथियारबंद जवानों की निगरानी में भर्ती थे। आसाराम को पहले भी कई बार सीने में दर्द की परेशानी के तहत एम्स लाया गया है। आसाराम अपना उपचार आयुर्वेद पद्धति से करवाना चाहता है।

आजीवन कारवास की सजा काट रहें हैं आसाराम

इससे पहले राजस्थान हाईकोर्ट ने नाबालिग से यौन शोषण (Rajasthan News) के आरोप में आजीवन कारावास की सजा काट रहे आसाराम के सजा निलंबन के चौथे प्रार्थना पत्र को खारिज कर दिया था। न्यायाधीश विजय बिश्नोई और न्यायाधीश विनित कुमार माथुर की खंडपीठ में आसाराम की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता देवदत्त कामत ने तर्क दिया था कि अपीलार्थी की उम्र 85 वर्ष से अधिक है और वह हार्ट की बीमारी से पीड़ित है। उन्होंने कहा कि आसाराम को नवंबर 2023 और दिसंबर 2023 में दो बार दिल का दौरा पड़ चुका है। एम्स ने गहन जांच के बाद सर्जरी का सुझाव दिया है।

राज्य सरकार को कोई आपत्ति नहीं

उन्होंने कहा कि अपीलार्थी सर्जरी में जोखिमों के कारण और खासतौर पर किडनी से संबंधित जोखिम को देखते हुए सर्जरी नहीं करवाना चाहता, बल्कि महाराष्ट्र के खोपोली में माधवबाग अस्पताल में इलाज कराने की अनुमति चाहता है, जहां बिना सर्जिकल हस्तक्षेप के हृदय रोगों का इलाज संभव है। अतिरिक्त महाधिवक्ता अनिल जोशी ने कहा कि आसाराम का पुलिस हिरासत में इलाज करवाने पर राज्य सरकार को कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन अपीलार्थी की ओर से बिना पुलिस हिरासत इलाज के लिए सजा निलंबन की याचना की गई।

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