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Ajmer में अक्षय कुमार-अरशद वारसी की फिल्म विवादों में घिरी, बार एसोसिएशन ने कहा- ‘फिल्म में कोर्ट की छवि खराब कर रहे…’

Jaipur: फिल्म जॉली LLB 3 की अजमेर में हो रही शूटिंग विवादों (Ajmer) में आ गई है। जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष चंद्रभान राठौड़ ने अजमेर कोर्ट में परिवाद दायर किया है। जिसमें जज और वकीलों की छवि खराब करने, नियम विरुद्ध फिल्म की शूटिंग करने और आपत्तिजनक डायलॉग्स को लेकर शिकायत दी गई है। मामले की सिविल न्यायाधीश एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट उत्तर अजमेर शहर कल सुनवाई करेंगे।

आरोप- आम जनता से बाउंसर्स कर रहे बदसलूकी

जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष चंद्रभान राठौड़ ने बताया- कोर्ट में परिवाद दायर करते ही जज यश विश्नोई ने कल सुनवाई के आदेश दिए हैं। 101 वकील मामले की पैरवी करेंगे। राठौड़ ने कहा- हमने इसमें 6 लोगों के खिलाफ शिकायत दी है, जिसमें अक्षय कुमार, अरशद वारसी, प्रोड्यूसर सुभाष कपूर, अजमेर डीआरएम ऑफिस महाप्रबंधक राजीव धनखड़, अजमेर जिला कलेक्टर भारती दीक्षित और सिविल लाइंस SHO छोटू लाल हैं।

29 अप्रैल से शुरू हुई फिल्म की शूटिंग

अध्यक्ष राठौड़ ने बताया- फिल्म की शूटिंग डीआरएम ऑफिस में 29 अप्रैल से शुरू हुई थी, इसमें अरशद वारसी से संबंधित सीन फिल्माए गए थे। 2 मई को अक्षय कुमार भी अजमेर आ गए। इसके बाद से ऑफिस परिसर में आम जनता का प्रवेश बंद कर दिया गया है। यह न्याय संगत नहीं है। यदि कोई सार्वजनिक स्थल (DRM ऑफिस) में आवश्यक कार्य से आ भी रहा है तो शूटिंग एरिया में खड़े बाउंसर्स और सुरक्षाकर्मी उनके साथ अनुचित व्यवहार करते हैं, गाली-गलौज करते हैं।

बार एसोसिएशन के अध्यक्ष का आरोप- परमिशन नहीं ली

राठौड़ ने आरोप लगाया- शूटिंग के लिए रेलवे ऑफिस पर दिल्ली न्यायालय का बोर्ड लगाया गया है। इसके लिए केंद्र सरकार की बिना अनुमति लिए ही 27 लाख रुपए के किराए पर दे दिया गया है। साथ ही इससे पहले फिल्म के 2 और पार्ट आए थे, जिसमें न्यायालय की छवि धूमिल करने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई थी। कई आपत्तिजनक डायलॉग भी थे। इससे न्यायालय के बारे में आम जनता में गलत संदेश जाएगा। हालांकि, फिल्म की शूटिंग के दौरान कई वकीलों को बुलाया गया था। लेकिन, शूटिंग के दौरान अक्षय के बाउंसर्स ने उनके साथ बुरा बर्ताव किया। इससे अजमेर बार एसोसिएशन के वकीलों में रोष का माहौल है।

‘फिल्म से पूरी न्यायपालिका की छवि खराब होने आशंका है’

राठौड़ ने कहा- फिल्म से पूरी न्यायपालिका की छवि खराब होने आशंका है। ऐसे में फिल्म की स्क्रिप्ट कोर्ट में मंगवा कर आपत्तिजनक कंटेंट पहले ही हटवा दिए जाएं। याचिका में राठौड़ ने कहा है कि फिल्म की शूटिंग 13 मई तक होनी है। ऐसे में, यह सुनिश्चित किया जाए कि शूटिंग के दौरान आवश्यक कार्य से आने वाले किसी सरकारी कर्मचारी या आम जनता को रोका नहीं जाएगा। अध्यक्ष ने बताया- उनके साथ एडवोकेट योगेंद्र ओझा, राजीव भारद्वाज, प्रशांत यादव, संजय गुर्जर, रुपिंदर परिहार और उदय सिंह शेखावत ने परिवाद दिया है।

महाप्रबंधक बोले- किसी कोई को परेशानी नहीं

डीआरएम ऑफिस महाप्रबंधक धनखड़ (Ajmer) ने मामले को लेकर कहा- फिल्म प्रोड्यूसर ने हमारे दिल्ली हेडक्वार्टर से रेलवे की गाइडलाइन के अनुसार, परमिशन ली है। उनके द्वारा इसका डिमांड ड्राफ्ट भी दिया गया है। इससे रेलवे को 27 लाख की इनकम होगी। रेलवे के DRM परिसर में शूटिंग चल रही है इसमें आम जनता को किसी तरह की कोई समस्या नहीं है। पब्लिक का काम रेलवे स्टेशन पर होता है। वहां किसी प्रकार की कोई शूटिंग नहीं है तो समस्या आने जैसे कोई बात नहीं है।

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