राजस्थान चुनाव 2023

Rajasthan Assembly Election 2023 :राजनैतिक पार्टियों ने शुरू किया मिशन , आगामी विधानसभा चुनावों किसका पलड़ा होगा भारी?

(Rajasthan Assembly Election 2023) राजस्थान में इस साल विधानसभा के चुनाव होने वाले है। जिसके ​चलते प्रदेश की राजनीति भी अब गरमाने लगी है। ​चुनावों को देखते हुए प्रदेश में राजनैतिक पार्टियों ने अब मिशन 2023 शुरू कर दिया है।इस वक्त राजस्थान के 6 प्रमुख नेता चर्चा में हैं। जिनमें सीएम अशोक गहलोत, किरोड़ी लाल मीणा, हनुमान बेनीवाल, वसुंधरा राजे और सतीश पूनिया और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट, जो इस वक्त लगात्तार दौरे कर रहें ​है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जहां बजट को लेकर अपने सोशल मीडिया की डीपी चेंज कर दिया है। वहीं पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने स्कूटी की सवारी करके एक सियासी बहस छेड़ दी है।

(Rajasthan Assembly Election 2023)राजस्थान में विधानसभा के चुनावों के पहले बीजेपी के राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा के धरना-प्रदर्शन ने राजस्थान की राजनीति में हलचल तेज कर दी है। वहीं राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के प्रमुख और सांसद हनुमान बेनीवाल के दौरों की चर्चा हो रही है। वे लगात्तार बीजेपी और कांग्रसे पर जुबानी हमले कर भ्रष्टाचार को बढ़ाने का आरोप लगा रहे है। इसके अलावा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया पर उनकी ही पार्टी के सांसद की ओर से लगाए गए आरोपों की वजह से उनका नाम भी आजकल सुर्खियों में है। हाल ही बीजेपी के सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने विधानसभा घेराव में उनका साथ ना देने का आरोप लगाया है।


(Rajasthan Assembly Election 2023) विधानसभा चुनाव 2018 में खींवसर से राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक हनुमान बेनीवाल और मंडावा से बीजेपी के नरेंद्र खींचड़ विधायक बने थे. 2019 में लोकसभा चुनाव में हनुमान बेनीवाल के नागौर और नरेंद्र खींचड़ के झुंझुनू से सांसद चुने जाने के बाद दोनों सीटें खाली हो गईं. इसी साल हुए उपचुनाव में नागौर की खींवसर पीट पर तो आरएलपी कायम रही. उसके उम्मीदवार नारायण बेनीवाल विजयी रहे. लेकिन झुंझुनू जिले की मंडावा सीट बीजेपी के हाथ से निकल गई. उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रीटा चौधरी ने यहां शानदार जीत दर्ज की थी.

(Rajasthan Assembly Election 2023) वहीं राजस्थान कांग्रेस में सचिन पायलट और सीएम गहलोत के बीच अनबन अब जगजाहिर होती जा रहीं है। सचिन पायलट अब खुल कर गहलोत के विरोध बयान दे रहे है। इससे राजस्थान कांग्रेस का जनता का बीच गलत संदेश जा रहा है। इसके समाधान के लिए राजस्थान कांग्रेस के नए प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा को जिम्मेदारी दी गई है। साथ राजस्थान कांग्रेस अब हाथ से हाथ जोड़ो अभियान के जरिए मिशन 2023 की तैयारियों में जुट गई है।

(Rajasthan Assembly Election 2023)विधानसभा चुनावों से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 10 फरवरी को राजस्थान का अंतिम बजट पेश करने वाले हैं। उसके पहले ही जयपुर के सावर्जनिक स्थानों पर पोस्टर लग गए हैं। इनपर लिखा है, बचत,राहत और बढ़त। इस पोस्टर की चर्चा तेज है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पूरी तरह आक्रामक हैं। सभी मुद्दों पर बोल रहे हैं। उसके साथ ही बजट को लेकर खूब दावे किए जा रहे हैं। इस बजट को गेमचेंजर बताया जा रहा है। इसी कड़ी में आज खुद मुख़्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने सोशल मीडिया पर अपनी डीपी बदल ली है। इसे लेकर पोस्टर वार भी छिड़ गया है। ट्वीटर पर बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश ने इसे लेकर तंज भी कसा है।

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