टेक ज्ञान

क्या चुनावी स्टंट से युवाओं को लुभा रहे हैं सीएम गहलोत…?

राजनेताओं का यूनिवर्सिटी कैंपस में पहुंचना चुनावी रंगत को बढ़ाने जैसा…? 6 मंत्री, 8 विधायक, छात्रसंघ उद्घाटन कार्यालय में सीएम गहलोत संग शिरकत…

जयपुर. राजस्थान में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस, मजबूत विपक्ष के रूप में नजर आ रही भाजपा और तीसरे मोर्चे के रूप में खुद को देख रही अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी के नेता इन दिनों बड़े ही सक्रिय नजर आ रहे हैं। राजनेताओं द्वारा लगातार युवाओं पर फोकस किया जा रहा है। यूथ की बड़ी मात्रा में भागीदारी से ही आने वाले विधानसभा चुनावों में पार्टियों के बीच संघर्ष देखने को मिलेगा। शायद यही वजह है कि इन दिनों राजनेता युवाओं से मिलने और जुड़ने का कोई भी मौका नहीं गंवा रहे।

स्वयं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी ये जिम्मेदारी उठाई हुई है। क्योंकि गहलोत राज्य में चले आ रहे पांच साल बीजेपी और फिर पांच साल कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार के इस तिलिस्म को तोड़कर लगातार दूसरी बार कांग्रेस की ही सरकार बनाने का दम भर रहे हैं। मंगलवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राजस्थान विश्वविद्यालय के विधि महाविद्यालय छात्र संघ कार्यालय के उद्घाटन समारोह में भी पहुंचे।

इतना ही नहीं, उनके साथ सरकार में शामिल छह अन्य मंत्री व 8 विधायकों ने भी समारोह में हिस्सा लेकर युवाओं को अपनी ओर खींचने का काम भी किया। वहीं एनएसयुआई से जुड़े छात्रनेता के छात्रसंघ उद्घाटन कार्यक्रम को लोकप्रिय बनाने के लिए पंजाबी सिंगर बानी संधू, हरियाणवी सिंगर विक्की काजला, एमडी और वीरू कटारिया ने अपनी शानदार प्रस्तुतियों से समां बांधने का काम किया।

हालांकि जैसे ही यूनिवर्सिटी कैंपस में सीएम के आने की खबर युवाओं को लगी तो वहां मौजूद युवाओं में सियासी चर्चाओं का बाजार गर्म नजर आया। साथ ही कैंपस में मौजूद कुछ लोगों का मानना था कि ये सब लॉ कॉलेज के अध्यक्ष हिमांशु जेफ के राजनीतिक रसूख के कारण हुआ। तभी तो उनके कार्यक्रम में न केवल सीएम बल्कि एक दर्जन से ज्यादा विधायकों ने भी कार्यक्रम में हिस्सा लिया। हालांकि कुछ युवाओं ने सीएम के यूनिवर्सिटी कैंपस में आने को महज चुनावी स्टंट करार दिया। उन्होंने कहा कि साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं ऐसे में सीएम का यहां आना सिर्फ युवाओं को लुभाना है।

आपको बता दें कि राजस्थान यूनिवर्सिटी के लॉ कॉलेज अध्यक्ष हिमांशु जेफ हालांकि अभी तक किसी भी संगठन से नहीं जुड़े हैं। हालांकि एनएसयुआई उन्हें अपने पाले में करना चाहता है। ये भी माना जा रहा है कि हो सकता है कि वे सीएम के सामने ही एनएसयुआई की सदस्यता ले लें। वहीं इस साल होने वाले छात्र संघ चुनाव में जेफ अपेक्स अध्यक्ष पद के लिए भी दावेदारी जता रहे हैं।

गौरतलब है कि राजस्थान यूनिवर्सिटी के लॉ कॉलेज से निकले छात्र संगठन नेता पिछले कई वर्षों से सरकार में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते आ रहे हैं। लॉ कॉलेज से सरकार में प्रतिनिधित्व की बात की जाए तो इससे पहले राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के सुप्रीमो और नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल भी विधि महाविद्यालय के अध्यक्ष रह चुके हैं। इसके बाद वे 1997-98 में राजस्थान विश्वविद्यालय के भी अध्यक्ष पद पर रहे। वहीं कांग्रेस नेता महेंद्र चौधरी भी लॉ कॉलेज के अध्यक्ष के रूप में अपनी भूमिका निभा चुके हैं। राज्य कोई भी हो, राजनीति की पहली सीढ़ी छात्रसंघ चुनावों को ही माना जाता रहा है। यही वजह है कि युवाओं की छात्रसंघ चुनावों में सक्रियता भी पहले के मुकाबले लगातार बढ़ी है। दिग्गज़ राजनेताओं का यूनिवर्सिटी कैंपस में पहुंचना चुनावी रंगत को और बढ़ाने जैसा है।

उद्घाटन कार्यक्रम में सीएम अशोक गहलोत के साथ ही प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, परसादी लाल मीणा, सालेह मोहम्मद, राजेंद्र सिंह यादव, सुभाष गर्ग, भंवर सिंह भाटी, अशोक चांदना, महेंद्र चौधरी, राजकुमार शर्मा, बाबूलाल नागर गोपाल मीणा, हाकम अली, रफीक खान, संदीप यादव, श्री श्याम मन्दिर खाटूश्यामजी ट्रस्टी मानवेन्द्र सिंह चौहान, एनएसयुआई प्रदेशाध्यक्ष अभिषेक चौधरी भी मौजूद रहे।

6 मंत्री, 8 विधायक, छात्रसंघ उद्घाटन कार्यालय में सीएम गहलोत संग शिरकत…

जयपुर. राजस्थान में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस, मजबूत विपक्ष के रूप में नजर आ रही भाजपा और तीसरे मोर्चे के रूप में खुद को देख रही अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी के नेता इन दिनों बड़े ही सक्रिय नजर आ रहे हैं। राजनेताओं द्वारा लगातार युवाओं पर फोकस किया जा रहा है। यूथ की बड़ी मात्रा में भागीदारी से ही आने वाले विधानसभा चुनावों में पार्टियों के बीच संघर्ष देखने को मिलेगा। शायद यही वजह है कि इन दिनों राजनेता युवाओं से मिलने और जुड़ने का कोई भी मौका नहीं गंवा रहे।

स्वयं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी ये जिम्मेदारी उठाई हुई है। क्योंकि गहलोत राज्य में चले आ रहे पांच साल बीजेपी और फिर पांच साल कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार के इस तिलिस्म को तोड़कर लगातार दूसरी बार कांग्रेस की ही सरकार बनाने का दम भर रहे हैं। मंगलवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राजस्थान विश्वविद्यालय के विधि महाविद्यालय छात्र संघ कार्यालय के उद्घाटन समारोह में भी पहुंचे।

इतना ही नहीं, उनके साथ सरकार में शामिल छह अन्य मंत्री व 8 विधायकों ने भी समारोह में हिस्सा लेकर युवाओं को अपनी ओर खींचने का काम भी किया। वहीं एनएसयुआई से जुड़े छात्रनेता के छात्रसंघ उद्घाटन कार्यक्रम को लोकप्रिय बनाने के लिए पंजाबी सिंगर बानी संधू, हरियाणवी सिंगर विक्की काजला, एमडी और वीरू कटारिया ने अपनी शानदार प्रस्तुतियों से समां बांधने का काम किया।

हालांकि जैसे ही यूनिवर्सिटी कैंपस में सीएम के आने की खबर युवाओं को लगी तो वहां मौजूद युवाओं में सियासी चर्चाओं का बाजार गर्म नजर आया। साथ ही कैंपस में मौजूद कुछ लोगों का मानना था कि ये सब लॉ कॉलेज के अध्यक्ष हिमांशु जेफ के राजनीतिक रसूख के कारण हुआ। तभी तो उनके कार्यक्रम में न केवल सीएम बल्कि एक दर्जन से ज्यादा विधायकों ने भी कार्यक्रम में हिस्सा लिया। हालांकि कुछ युवाओं ने सीएम के यूनिवर्सिटी कैंपस में आने को महज चुनावी स्टंट करार दिया। उन्होंने कहा कि साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं ऐसे में सीएम का यहां आना सिर्फ युवाओं को लुभाना है।

आपको बता दें कि राजस्थान यूनिवर्सिटी के लॉ कॉलेज अध्यक्ष हिमांशु जेफ हालांकि अभी तक किसी भी संगठन से नहीं जुड़े हैं। हालांकि एनएसयुआई उन्हें अपने पाले में करना चाहता है। ये भी माना जा रहा है कि हो सकता है कि वे सीएम के सामने ही एनएसयुआई की सदस्यता ले लें। वहीं इस साल होने वाले छात्र संघ चुनाव में जेफ अपेक्स अध्यक्ष पद के लिए भी दावेदारी जता रहे हैं।

गौरतलब है कि राजस्थान यूनिवर्सिटी के लॉ कॉलेज से निकले छात्र संगठन नेता पिछले कई वर्षों से सरकार में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते आ रहे हैं। लॉ कॉलेज से सरकार में प्रतिनिधित्व की बात की जाए तो इससे पहले राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के सुप्रीमो और नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल भी विधि महाविद्यालय के अध्यक्ष रह चुके हैं। इसके बाद वे 1997-98 में राजस्थान विश्वविद्यालय के भी अध्यक्ष पद पर रहे। वहीं कांग्रेस नेता महेंद्र चौधरी भी लॉ कॉलेज के अध्यक्ष के रूप में अपनी भूमिका निभा चुके हैं। राज्य कोई भी हो, राजनीति की पहली सीढ़ी छात्रसंघ चुनावों को ही माना जाता रहा है। यही वजह है कि युवाओं की छात्रसंघ चुनावों में सक्रियता भी पहले के मुकाबले लगातार बढ़ी है। दिग्गज़ राजनेताओं का यूनिवर्सिटी कैंपस में पहुंचना चुनावी रंगत को और बढ़ाने जैसा है।

उद्घाटन कार्यक्रम में सीएम अशोक गहलोत के साथ ही प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, परसादी लाल मीणा, सालेह मोहम्मद, राजेंद्र सिंह यादव, सुभाष गर्ग, भंवर सिंह भाटी, अशोक चांदना, महेंद्र चौधरी, राजकुमार शर्मा, बाबूलाल नागर गोपाल मीणा, हाकम अली, रफीक खान, संदीप यादव, श्री श्याम मन्दिर खाटूश्यामजी ट्रस्टी मानवेन्द्र सिंह चौहान, एनएसयुआई प्रदेशाध्यक्ष अभिषेक चौधरी भी मौजूद रहे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button