Rajasthan के पांच गैंगस्टर्स की टीम को NIA ने किया टारगेट, इन 10 जिलों में की जा रही कार्रवाई
Jaipur: आज सुबह होते ही NIA ने देशभर में नशा, आतंकवाद, टेरर फंडिग और बड़े अपराधों (Rajasthan) से जुड़े अन्य मामलों में छापेमारी शुरू कर दी है। इस साल यह तीसरी बार है जब इस तरह की रेड की जा रही है। राजस्थान में टॉप मोस्ट पांच गैंगस्टर और उनकी टीम को टारगेट किया गया है। इन गैंगस्टर में लॉरेंस विश्नोई, रोहित गोदारा, लादेन जैसे बड़े बदमाश शामिल हैं। बता दें कि इन पांच में से कुछ गिरफ्तार हैं और कुछ फरार चल रहे हैं।
इन जिलों में की जा रही NIA द्वारा कार्रवाई
राजस्थान (Rajasthan) में जयपुर, चूरू, अलवर, हनुमानगढ़, गंगानगर, अलवर सहित करीब दस शहरों में एनआईए टीम की दबिश जारी है। इस दौरान टीम गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई सहित अन्य गैंगस्टर के ठिकानों पर पहुंची। इस दौरान बड़ी मात्रा में अवैध हथियार भी बरामद किए गए हैं। कैश और अन्य दस्तावेज भी बरामद होने की सूचनाएं हैं। लोकल पुलिस के चुनिंदा अफसरों को ही इस रेड की जानकारी शेयर की गई है ताकि गोपनीय तरीके से काम किया जा सके। राजस्थान के अलावा हरियाणा, पंजाब, यूपी, उत्तराखंड, एमपी सहित देश के अलग-अलग राज्यों में एनआईए की टीम छापेमारी कर रही है।
बिश्नोई और रोहित गोदारा के करीबियों पर की गई छापेमारी
मिली जानकारी के अनुसार लॉरेंस बिश्नोई और रोहित गोदारा (Rajasthan) के करीबियों पर छापेमारी की गई है। एनआईए के पास इनपुट है कि लॉरेंस गैंग देश में कुछ बड़े लोगों को टारगेट कर सकती हैं। इसके लिए वह अपनी गैंग के सदस्यों को एक्टिवेट कर रहा हैं। सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से लोकल बदमाशों का नेटवर्क बनाया जा रहा है और उनको लालच देकर बड़े काम कराए जा रहे हैं।
इन 6 राज्यों में की गई रेड
दिल्ली एनसीआर में एनआईए (NIA) की टीमों ने करीब 32 जगहों पर रेड की है। पंजाब ,चंडीगढ़ में 67 जगहों पर, उत्तरप्रदेश में प्रतापगढ़, बरेली और लखीमपुर में रेड चल रही है। राजस्थान और हरियाणा में 18 ठिकानों पर टीमें बदमाशों को सर्च कर रही है। वहीं, मध्य प्रदेश में 2 जगहों पर एनआईए की छापेमारी चल रही हैं। पूरे देश में एनआईए की करीब 100 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी चल रही हैं।
राजस्थान पुलिस ने अपनाई जीरो टॉलरेंस नीति
राजस्थान पुलिस ने पहले ही अपराध के लिए जीरो टॉलरेंस नीति काम में ले रखी है। एक महीने के दौरान ही करीब चालीस हजार बदमाशों और फरार चल रहे आरोपियों को पकडकर जेल में डाला गया। रूटीन एक्शन अलग से जारी है, यानि हर रोज दर्ज होने वाले केस में गिरफ्तारी की प्रक्रिया अलग से चल रही है। इसके अलावा बड़े बदमाशों, माफिया, गैंगस्टर्स को चिन्हित कर उनकी सम्पत्ति ठिकाने लगाने का काम भी शुरू कर दिया गया है। इसके अलावा पिछले चार महीने में ही बीस से ज्यादा बड़े बदमाशों को गोली मार दी गई है (कमर के निचले हिस्सों पर)। डीजीपी उमेश मिश्रा का सभी जिलों के एसपी को साफ निर्देश है कि किसी भी कीमत पर अपराध को काबू करना है। यही कारण है कि हर महीने दो से तीन बार विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं।
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