तलाक की अर्जी पर सुनवाई टली, कोर्ट में नही पेश हुईं SDM Jyoti Maurya, अर्जी में बताया ये कारण
प्रयागराज: महिला पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्या (SDM Jyoti Maurya) द्वारा पति आलोक मौर्य से तलाक की अर्जी पर सुनवाई मंगलवार को टल गई। पारिवारिक न्यायालय में ज्योति मौर्या के अधिवक्ता ने अर्जी देकर बताया गया कि छुट्टी नहीं मिलने के कारण ज्योति मोर्य अदालत में नही पेश हो सकती हैं। कोर्ट ने वकील की इस दलील पर केस की अगली तारीख नियत कर दी।
ये है पूरा मामला
ज्योति मौर्या (SDM Jyoti Maurya) और आलोक मौर्या दोनों ने ही एक-दुसरे पर कई आरोप लगाये हैं जिसमें आलोक का पक्ष है कि उसने ज्योति मौर्या को उसकी आगे की पढाई के लिए सहमति के साथ मदद की और जब वह सरकारी अधिकारी के लिए चयनित हो गई तो उसने किसी दूसरे अधिकारी से संबंध बना लिया, जब आलोक ने उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया तो ज्योति मौर्या ने दहेज़ उत्पीडन की शिकायत कर तलाक के लिए कोर्ट पहुँच गई।
भाई को टीचर और खुद को ग्राम पंचायत अधिकारी बताया था
ज्योति मौर्या (SDM Jyoti Maurya) के पिता पारसनाथ मौर्या से जब मीडिया ने इस विषय में कुछ जानना चाहा तो उन्होंने बताया कि आलोक मौर्या और उसके परिवार ने हमारे साथ धोखा किया। उन्होंने हमें कुछ और बताया और हकीक़त कुछ और निकली जब मीडिया ने थोडा खुलकर बताने को कहा तो उन्होंने बताया कि आलोक मौर्या के परिवार ने शादी के कार्ड पर आलोक के भाई को अध्यापक और आलोक मौर्या को सफाईकर्मी की जगह ग्राम पंचायत अधिकारी बताया था ।
जोकि शादी के कार्ड के वायरल होने के बाद साफ़ साफ़ देखा जा सकता है। लेकिन जब उनसे पूछा गया कि क्या इस पूरे मामले की वजह सिर्फ आलोक मौर्या का सफाईकर्मी होना है जिस पर ज्योति मौर्या के पिता पारसनाथ मौर्या का कहना है कि वजह सफाईकर्मी होना नहीं बल्कि अंधेरे में रखकर धोखा देना है।
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