अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत Bihar के 49 स्टेशनों का होगा पुनर्विकास, प्रधानमंत्री आज करेंगे शिलान्यास
पटना: अमृत भारत स्टेशन योजना (Bihar) के तहत देशभर के 508 रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प होगा। योजना के तहत बिहार के 49 स्टेशनों का भी पुनर्विकास किया जाएगा। बिहार के स्टेशनों को आधुनिक बनाने के लिए सरकार ने कमर कस ली है। सरकार का 25 हजार करोड़ रुपये की लागत से 508 स्टेशन को वर्ल्ड क्लास बनाने का लक्ष्य है। बता दें कि बिहार के 49 स्टेशन के पुनर्विकास के लिए 2584 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है। आज (6 अगस्त, 2023) इस परियोजना का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा सुबह 11 बजे किया जाएगा। प्रधानमंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शिलान्यास करेंगे।
पुनर्विकसित स्टेशनों में क्या होगा खास?
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत हर स्टेशन (Bihar) का विकास शहर के सिटी सेंटर के रूप में होगा। हर स्टेशन में रूफ प्लाजा, शॉपिंग जोन और फूड कोर्ट होंगे। चिल्ड्रन प्ले एरिया जैसी कई सुविधाएं लोगों को मिलेंगी। यात्रियों की सहूलियत के लिए अलग-अलग प्रवेश और निकास द्वार होंगे। इसके साथ ही मल्टी-लेवल पार्किंग, लिफ्ट एस्केलेटर, ट्रेवलेटर, एग्जीक्यूटिव लाउंज, वेटिंग एरिया, दिव्यांगजन अनुकूल सुविधाएं भी होगी।
बिहार के पुनर्विकसित होने वाले रेलवे स्टेशनों के नाम
अनुग्रह नारायण रोड
आरा जं.
बख्तियारपुर जं.
बनमनखी जं.
बापूधाम मोतिहारी
बाढ़
बारसोई जं.
भभुआ रोड
बिहार शरीफ
बिहिया
ढोली
जमालपुर
जमुई
दुर्गावती
फतुहा जं.
जयनगर
जहानाबाद
गया जं. कहलगाँव
किशनगंज
लखमिनियाँ
मधुबनी
मानसी जं.
नवगछिया
पहाड़पुर
पीरपैंती
सगौली जं.
सीतामढ़ी
सहरसा जं.
सकरी जं.
सोनपुर
सुल्तानगंज
दलसिंह सराय
दरभंगा जं.
हाजीपुर जं.
खगड़िया जं.
मुजफ्फरपुर जं.
नरकटियागंज
रघुनाथपुर
राजगीर
राम दयालु नगर
तारेगना
समस्तीपुर
सासाराम
सिमुलतला
ठाकुरगंज
कुदरा
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन ने क्या कहा?
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह (Bihar) ने शनिवार को ट्वीट कर कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा 508 रेलवे स्टेशनों के जीर्णोद्धार का शिलान्यास की तैयारी देश की जनता को छलने का नया प्रयोग है। ललन सिंह ने सवालिया लहजे में कहा कि प्रधानमंत्री यह बताएं कि 28 मई को इस वर्ष जिस नए संसद भवन का उन्होंने उद्घाटन बड़े धूम-धाम से किया था, उसका दरवाजा आज तक क्यों नहीं खुला है? नए संसद भवन के गेट पर संतरी खड़ा है। किसी को अंदर जाने की अनुमति नहीं है, क्योंकि जिस अधूरे भवन का उद्घाटन हुआ था, उसका भेद खुल जाएगा। इसी वजह से अंदर प्रवेश पर रोक लगाई गई है।
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