Rajasthan News: गोवर्धन नाथ मंदिर मंच द्वारा 1975 के आपातकाल के सेनानियों का हुआ सम्मान
जयपुर : राजस्थान के जयपुर में 6 अगस्त को गोवर्धन नाथ मंदिर (Rajasthan News) मंच द्वारा 1975 के आपातकाल में जेल गए हवामहल विधानसभा के पोंडरिक मंडल के स्वतंत्रता सेनानियों का सम्मान कंवर नगर की धर्मशाला में हुआ। मंच अध्यक्ष मुकेश सारस्वत ने बताया कि इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक कैलाश थे।
आपातकाल से जुड़े अनेक प्रसंग किए साझा
कैलाश ने आपातकाल से जुड़े अनेक प्रसंग उपस्थित श्रोताओं के साथ साझा किए। कार्यक्रम संयोजक मनोज शर्मा ने बताया कि सेनानियों में छुट्टन लाल सैनी, सत्यनारायण विजयवर्गीय, वीरुमल टेकवानी, मोहन खंडेलवाल, गौरीशंकर सर्राफ, केशव महावर व अनिल गुप्ता का सम्मान किया गया। कार्यक्रम संचालक मानसिंह देवड़ा ने बताया कि वरिष्ठ कार्यकर्ताओं में अविनाश जाखड़, रवि पाठक, उमा शर्मा एवं साधुराम तोतलानी का भी सम्मान किया गया।
क्या है 1975 का आपातकाल?
बता दें कि 25 जून 1975 से 21 मार्च 1977 तक का 21 महीने (Rajasthan News) की अवधि में भारत में आपातकाल घोषित था। तत्कालीन राष्ट्रपति फ़ख़रुद्दीन अली अहमद ने तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी के कहने पर भारतीय संविधान की अनुच्छेद 352 के अधीन आपातकाल की घोषणा कर दी। स्वतंत्र भारत के इतिहास में यह सबसे विवादास्पद और अलोकतांत्रिक काल था। आपातकाल में चुनाव स्थगित हो गए तथा नागरिक अधिकारों को समाप्त करके मनमानी की गई। इंदिरा गांधी के राजनीतिक विरोधियों को कैद कर लिया गया और प्रेस पर प्रतिबंधित लगा दिया गया।
प्रधानमंत्री के बेटे संजय गांधी के नेतृत्व में बड़े पैमाने पर पुरुष नसबंदी अभियान चलाया गया। जयप्रकाश नारायण ने इसे ‘भारतीय इतिहास की सर्वाधिक काली अवधि’ कहा था, लेकिन, यहा पर,352, के,तहत् देश की बाहरी ताकतों से, या,सस्त्र, विरोधी,देश, के प्रति के बचाव मे,, जो देश हित हि मुख्य कारण, क्योकि, अभी भी हमारे पास तर्क है आखिर क्यों, 352, को लगाया गया था कोई ठोस सबूत नहीं होने के कारण हमे यही पे रुक जाना चाहिए।