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Soumya Vishwanathan Murder Case: पत्रकार सौम्या की हत्या में 15 साल बाद आया फैसला, पांचों आरोपी दोषी घोषित

Soumya Vishwanathan Murder Case: दिल्ली की टीवी पत्रकार सौम्या विश्वनाथन की हत्या के मामले में आखिरकार 15 साल लंबी कानूनी लड़ाई के बाद फैसला घोषित हो गया है. दिल्ली की साकेत कोर्ट ने बुधवार को साल 2008 में हुई सौम्या की हत्या के पांचों आरोपियों को दोषी घोषित कर दिया है. अदालत ने माना है कि आरोपी रवि कपूर, अमित शुक्ला, अजय कुमार, बलजीत मलिक और अजय सेठी सितंबर, 2008 में सौम्या विश्वनाथन की हत्या में शामिल थे. राष्ट्रीय राजधानी में सरेआम कार में गोली मारकर हत्या करने के इस मामले में पांचों आरोपियों की सजा पर कोर्ट की तरफ से फैसला सुनाना अभी बाकी है. एक राष्ट्रीय स्तर के अंग्रेजी चैनल की पत्रकार सौम्या विश्वनाथन की हत्या सितंबर, 2008 में उस समय कर दी गई थी, जब वह अपनी कार से ऑफिस से घर लौट रही थी. इस हत्या से बेहद हंगामा मचा था. इसके बावजूद अदालत में फैसला आने में करीब 15 साल का समय लग गया है.

15 साल बाद सौम्या के हत्यारों को दोषी घोषित किए जाने के बाद उनकी मां बेहद भावुक दिखाई दीं. उन्होंने कहा, मेरी बेटी जा चुकी है, लेकिन यह फैसला एक सबक जैसा होगा, जो दूसरो को ऐसा करने से रोकेगा. ऐसा नहीं होने पर वे लोग और ज्यादा प्रेरित होते. कम से कम अब इस तरह की हरकतें करने वाले गैंग का एक हिस्सा तो इससे आउट हो गया है. उन्होंने कहा कि हत्यारों को उम्रकैद से कम की सजा के कोई मायने नहीं हैं.

पहली नजर में एक्सीडेंट का माना गया था मामला

सौम्या विश्वनाथन युवा पत्रकार थी. सौम्या को 30 सितंबर, 2008 को दक्षिणी दिल्ली के वसंत कुंज एरिया में अपनी ही कार में मृत पाया गया था. पहली नजर में उनकी मौत का कारण कार एक्सीडेंट माना गया था, लेकिन फोरेंसिक रिपोर्ट में उनकी हत्या सिर में गोली लगने के कारण होने की बात सामने आई थी.

सीसीटीवी फुटेज से खुला था राज

इस हत्या को लेकर बेहद हंगामा हुआ था. एक बड़े चैनल की पत्रकार की सरेआम राष्ट्रीय राजधानी में सड़क पर हत्या का मुद्दा बेहद गर्मा गया था. इसके बाद दिल्ली पुलिस ने जांच शुरू की तो एक सीसीटीवी फुटेज से हत्या का राज खुला. फुटेज में सौम्या विश्वनाथन की कार का पीछा करते हुए एक अन्य कार दिखाई दी. जांच में आए इस अहम मोड़ के बाद दिल्ली पुलिस ने पीछा करने वाली कार में सवार रवि कपूर और अमित शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया.

दूसरे केस से जुड़ा मिला था हत्या का कारण

रवि कपूर और अमित शुक्ला की गिरफ्तारी के बाद सौम्या की हत्या का असली राज खुला. उनकी हत्या का कनेक्शन एक अन्य केस से जुड़ा हुआ पाया गया. दरअसल दिल्ली पुलिस की जांच में सामने आया कि सौम्या की ही तरह एक कॉल सेंटर एक्जीक्यूटिव की भी हत्या की गई थी. उस हत्या में भी रवि कपूर और अमित शुक्ला की गिरफ्तारी हुई थी. इसके बाद सख्ती से हुई पूछताछ में कपूर और शुक्ला ने सौम्या की हत्या की बात स्वीकार कर ली.

‘थ्रिल’ के लिए करते थे हत्या

पुलिस पूछताछ में कपूर और शुक्ला ने कहा कि उन्होंने सौम्या विश्वनाथन की हत्या महज ‘थ्रिलिंग एक्टिविटी’ के तौर पर की थी. पुलिस ने अपनी चार्जशीट में बलजीत मलिक और अजय सेठी को भी कपूर और शुक्ला के साथ हत्या का आरोपी बनाया. इस मामले में जून, 2010 में चार्जशीट दाखिल की गई थी, जो नवंबर, 2010 में ट्रायल पर गई थी. इस मामले का ट्रायल जुलाई, 2016 में पूरा हो गया था. इसके बावजूद फैसला आने में 7 साल और लग गए.

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