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Rajasthan Election 2023: सूरसागर से बागी हुए CM के खास, कहा- कार्यकर्ताओं की आवाज को अनसुना किया

Jaipur: रविवार को कांग्रेस-भाजपा की (Rajasthan Election 2023) सूची जारी होते ही बगावत शुरू हो गई है। जोधपुर की सूरसागर सीट और बाड़मेर की शिव सीट पर नेताओं ने खुलकर विरोध जताना शुरू कर दिया है। सीएम अशोक गहलोत के करीबी माने जाने वाले सूरसागर से पूर्व महापौर रामेश्वर दाधीच ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की है। उन्होंने कहा- मेरी सीएम गहलोत से कोई नाराजगी नहीं है लेकिन उन्होंने सूरसागर के कार्यकर्ताओं को अनसुना करने गलत किया है।

बाड़मेर की शिव सीट पर भाजपा और कांग्रेस में घमासान

इधर, बाड़मेर की शिव सीट पर भाजपा और कांग्रेस में घमासान मचा है। 9 दिन पहले भाजपा जॉइन करने वाले जयनारायण व्यास यूनिवर्सिटी (JNVU) के पूर्व अध्यक्ष रविंद्र सिंह भाटी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर पोस्ट जारी कर निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। वहीं शिव से पूर्व भाजपा विधायक (2003) जालम सिह रावलोत, शिव के पूर्व भाजपा प्रत्याशी (2018) खंगारसिह सोढ़ा भी टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर नामांकन दाखिल कर रहे हैं। इधर, कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने पर जिलाध्यक्ष फतेह खान ने भी नॉमिनेशन करने की घोषणा कर दी है।

पार्टी के फैसले से नाराज हैं दाधीच

रविवार को रामेश्वर दाधीच ने प्रेस कॉन्फ्रेंस (Rajasthan Election 2023) करते हुए नाराजगी जताई। उन्होंने कहा- कांग्रेस की ओर से इस सीट पर दावेदारों के नाम के पैनल भेजे थे। उसमें कई वरिष्ठ कार्यकर्ता शामिल थी। पार्टी ने उन सभी मेहनती और पुराने कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज कर दिया और बिना अनुभव वाले को टिकट दे दिया।

दाधीच लड़ेंगे निर्दलीय चुनाव

दाधीच ने कहा कि वह पार्टी के इस फैसले से नाराज होकर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं किसी अन्य पार्टी का भी सहयोग नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि अभी कांग्रेस के कार्यकर्ता व पदाधिकारी उनके साथ कितने है यह पता नहीं। लेकिन उन्हें उनके कार्यकर्ता और जनता ने विश्वास दिलवाया है और इसी के बूते वह चुनाव लड़ रहे हैं। बता दें कि रविवार को जारी की गई कांग्रेस की सूची में सूरसागर सीट से पूर्व प्रत्याशी प्रोफेसर अयूब खान के बेटे शहजाद खान को टिकट दिया है।

महज 9 दिन में बागी हुए भाटी

JNVU के पूर्व अध्यक्ष रविंद्र सिंह भाटी ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की आधिकारिक घोषणा कर दी है। रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट उन्होंने पोस्ट डाली। दरअसल, रविंद्र सिंह भाटी पिछले काफी समय से बाड़मेर जिले की शिव विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय थे। 7 सितंबर को शिव विधानसभा में जन संवाद यात्रा निकाली और लोगों से संपर्क शुरू किया था। रविंद्र सिंह ने 9 दिन पहले ही जयपुर में भाजपा प्रभारी अरुण सिंह और प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी के नेतृत्व में बीजेपी जॉइन की थी। इसके बाद से ये माना जा रहा था कि शिव विधानसभा से उनका टिकट तय है। हालांकि, शुक्रवार सुबह बीजेपी ने इस सीट से बीजेपी जिलाध्यक्ष स्वरूप सिंह खारा को मैदान में उतार दिया। इसके बाद इन्होंने बगावत कर 6 नवंबर को नॉमिनेशन करने की घोषणा कर दी।

मेरे साथ केंद्र नेतृत्व ने विश्वासघात किया: जालम सिंह

वहीं शिव से पूर्व विधायक रहे डॉ. जालम सिंह ने एक वीडियो जारी कर कहा कि केंद्र और प्रदेश नेतृत्व ने मुझे कहा था कि आपका टिकट शिव विधानसभा सीट से फाइनल है और आप क्षेत्र में जाकर नामांकन भरने की तैयारी कीजिए। मैं क्षेत्र में आ गया और नामांकन भरने की तैयारी करने लगा था। इसी बीच भाजपा की चौथी लिस्ट आई और मुझे मालूम चला कि मेरा नाम इसमें नहीं है। मेरे साथ विश्वासघात किया गया है। मैं वीडियो के माध्यम से शिव विधानसभा सीट के क्षेत्रवासियों को कहना चाहता हूं कि इस विश्वासघात के खिलाफ आपका जो भी फैसला होगा वो मुझे मंजूर है।

कांग्रेस से जिलाध्यक्ष फतेह खान बागी

बाड़मेर जिले की सात विधानसभा सीट (Rajasthan Election 2023) पर घोषित कांग्रेस-बीजेपी उम्मीदवार में अब तक शिव क्षेत्र में बगावत सबसे ज्यादा है। कांग्रेस ने शिव सीट पर 84 साल के अमीन खान को 10वीं बार टिकट दी। इसके साथ भी यहां से दावेदारी कर रहे फतेह खान और उनके समर्थकों ने बगावत शुरू कर दी है। समर्थकों और कार्यकर्ताओं ने टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। फतेह खान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर नामांकन पत्र दाखिल करने की घोषणा की।

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