Rajasthan Election: 75 साल के विधायक चाहते थे युवाओं को मिले मौका, खुद नहीं लड़ा चुनाव, कांग्रेस ने उतारा 78 वर्ष का उम्मीदवार
Barmer: बाड़मेर जिले की गुड़ामालानी विधानसभा सीट (Rajasthan Election) इस बार चर्चा में है, क्योंकि यहां से 6 बार के विधायक रहे हेमाराम चौधरी ने उम्र का हवाला देते हुए चुनाव लड़ने से मना कर दिया था। उन्होंने कहा था कि अब यहां से किसी युवा को मौका मिलना चाहिए। पार्टी ने उन्हें भी युवा अवस्था में बड़ा अवसर दिया था। अब वह 75 साल के हो गए हैं, इसलिए युवाओं को मौका मिलना चाहिए। उन्होंने विधिवत इसके लिए 26 अक्टूबर को एक पत्र कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के नाम लिखा था।
78 साल के सोनाराम को मिला टिकट
उसके बाद यह माना जा रहा था कि गुड़ामालानी सीट (Rajasthan Election) से हेमाराम चौधरी की बेटी या उनकी किसी रिलेटिव को टिकट मिलेगा। क्योंकि, उनका यह पत्र ऐसे ही संकेत दे रहा था। कुछ दिन पहले ही पूर्व सांसद सोनाराम ने कांग्रेस जॉइन कर ली और उन्हें गुड़ामालानी से पार्टी ने मैदान में उतार दिया। 78 साल के सोनाराम को टिकट मिलने के बाद कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं।
कांग्रेस ने 80 साल से ऊपर वालों को दिया टिकट
कांग्रेस पार्टी में इस बार बुजुर्ग नेताओं को खूब मौका मिला है। बूंदी से 84 साल के हरिमोहन शर्मा, 85 साल के दीपचंद खेरिया को टिकट दिया है। वहीं, जहां युवा चेहरा अभिषेक चौधरी को झोटवाड़ा से टिकट मिला है और अभिमन्यू पूनियां को संगरिया से पार्टी ने मैदान में उतार दिया है। सवाल उठ रहा है कि जब हेमाराम ने 75 साल की उम्र में चुनाव लड़ने से मना कर दिया था, तब उनकी बात को दरकिनार कर पार्टी ने किसी और उम्रदराज को क्यों मौका दिया होगा? 78 साल की उम्र में पूर्व सांसद सोनाराम चौधरी को कांग्रेस ने टिकट दे दिया है। सोना राम ने भाजपा छोड़कर कांग्रेस तब ज्वाइन किया जब हेमाराम ने युवा को चुनाव में उतारने की वकालत करते हुए चुनाव लड़ने से मना कर दिया।
क्या लिखा था पत्र में ?
26 अक्टूबर 2023 को हेमाराम चौधरी (Rajasthan Election) ने एक पत्र लिखा था मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम लिखा था। जिसमें उन्होंने लिखा, ‘ पार्टी ने मुझे छह बार विधानसभा के सदस्य के रूप में जनता की सेवा करने का अवसर दिया। इस दौरान मैं अलग-अलग पदों पर रहा, किंतु मैं अब जीवन के ऐसे पड़ाव पर खड़ा हूं जहां मैं खुद को सक्रीय राजनीति जीवन के पूरी तरह जीवन समर्पित नहीं कर सकता। उनका यह भी कहना था अगर इस एहसास के बावजूद मैं चुनाव लड़ना जारी रखता हूं राजस्थान की जनता और पार्टी के लिए बड़ा अन्याय होगा। उन्होंने कहा आगामी चुनाव में प्रत्याशी के रूप मैं नहीं बल्कि साधारण कांग्रेस कार्यकर्ता के रूप में हिस्सा लूंगा।’ गुड़ामालानी सीट से नए कांग्रेस कार्यकर्ता को मौका मिलने की वकालत की थी। मगर, अब पार्टी ने हेमाराम की बात को दरकिनार करते हुए सोनाराम चौधरी को मैदान में उतार दिया है।