जोधपुर में जमकर बरसे CM Yogi Adityanath, बोले- ‘दंगाई UP में होते तो मेरा बुलडोजर इन्हें रौंद देता, लेकिन कांग्रेस…’
जोधपुर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) बुधवार को राजस्थान विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए जोधपुर पहुंचे, जहां उन्होंने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने जहां कांग्रेस पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया तो वहीं बुल्डोजर का जिक्र करते हुए कहा कि जिस तरह जोधपुर में दंगाई तलवारें लहरा रहे थे अगर यूपी में ये होता तो मेरा बुलडोजर इन्हें ठीक कर देता।
सीएम योगी ने सभा को संबोधित करते हुए कही ये बात
दरअसल, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जोधपुर, बीकानेर, नागौर और चुरू में कई चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए कहा कि दो साल पहले जोधपुर में नंगी तलवारें लहराते और दंगाई गतिविधियों में शामिल लोगों का खतरनाक दृश्य लोगों के सामने आया था। अगर ये दंगाई उत्तर प्रदेश में होते तो बुलडोजर उन्हें कुचल देता, लेकिन राजस्थान सरकार इस पर चुप रही। वहीं आगे सीएम योगी ने कहा कि यूपी में हम जानते हैं कि ऐसे लोगों से कैसे निपटना है, लेकिन बड़ी बात यह है कि कांग्रेस सरकार ऐसे लोगों पर चुप क्यों थी और हम कब तक कर्फ्यू और दंगों की ऐसी घटिया वोट बैंक की राजनीति को जारी रखने देंगे?
तुष्टिकरण का आरोप लगाया
योगी आदित्यनाथ ने इस दौरान 2014 से पहले (CM Yogi Adityanath) की कांग्रेस सरकार पर हमला किया और कहा, कांग्रेस की सरकार यही बात तो कहती थी कि देश के संस्थानों पर पहला अधिकार मुस्लिमों का है, तो फिर देश का नागरिक कहां जाएगा। गरीब कहां जाएगा। हमारा वनवासी आदिवासी कहां जाएगा, पिछड़ी जाति के लोग कहां जाएंगे, युवा और महिलाएं कहां जाएंगी। गरीबों के लिए चलने वाली कल्याणकारी योजनाएं किस प्रभावी तरीके से की जा रही हैं ये कोई सोच सकता है।
सीएम ने उठाया पेपर लीक का मुद्दा
वहीं योगी ने अलवर और जोधपुर (CM Yogi Adityanath) में संतों की हत्याओं पर सरकार की उदासीनता पर भी दुख जताया और मतदाताओं से वोट डालते समय इन मुद्दों पर विचार करने का आग्रह किया। उन्होंने पेपर लीक के मुद्दे को भी उठाया और लोगों को याद दिलाया कि कैसे विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की जगह बीजेपी को लाकर लोग ऐसी चीजों का अंत सुनिश्चित कर सकते हैं। सीएम ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी राजस्थान के लिए जो पैसा भेजते हैं, वह जयपुर में ही वितरित हो जाता है और पात्र लाभार्थियों तक नहीं पहुंचता है।