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Rajasthan: छत्तीसगढ़ भेजने पर Sachin Pilot ने दिया बड़ा बयान, बोले- ‘मैं थां सूं दूर कोनी…भजनलाल सरकार ने पहला प्रहार रोजगार पर किया’

Jaipur: छत्तीसगढ़ का प्रभारी बनाकर राजस्थान से बाहर कर देने के सवाल पर सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की शैली में जवाब दिया है। पायलट ने कहा- जहां तक यह राजस्थान से बाहर जाने की बात है तो यह मैं आपको बताना चाहता हूं कि मैं थां सू दूर कोनी। यह सबको समझना है कि यहां पर हम सब लोग लंबे समय से काम करते रहे हैं। यह हमारी कर्म भूमि रही है। जब तक राजनीति में काम करेंगे राजस्थान के लोगों की सेवा करते रहेंगे। पायलट श्रीकरणपुर विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान मीडिया से बातचीत कर रहे थे।

सचिन पायलट ने केंद्र सरकार पर जमकर साधा निशाना

पायलट ने कहा- पार्टी में लोगों को अलग-अलग जिम्मेदारियां दी जाती हैं। जैसे पहले जिम्मेदारी दी गई, मैं सांसद रहा, केंद्रीय मंत्री रहा, प्रदेश अध्यक्ष और सरकार का हिस्सा रहा। समय-समय पर जिस व्यक्ति की जहां आवश्यकता होती है पार्टी उसे जिम्मेदारी देती है। उन्होंने कहा- लोकतंत्र में कहीं नहीं लिखा कि विपक्ष को नजरअंदाज करें, यह सारा देश देख रहा है कि केंद्र सरकार को इतना घमंड हो गया कि विपक्ष की बात सुनना तो दूर, वह तो सांसदों को सस्पेंड कर रहे हैं। पदमपुर की धानमंडी में सभा को संबोधित करते सचिन पायलट। उनके साथ मंच पर (बांए) हैं कांग्रेस कैंडिडेट रूपिन्दर कुन्नर।

हम दोनों ही नहीं, सभी नेताओं ने चुनावों में जी-जान लगाई

गहलोत-पायलट (Sachin Pilot) झगड़े से चुनावों में कांग्रेस के नुकसान के सवाल पर पायलट ने कहा- ये सारी बातें विपक्ष के लोग करते हैं। हम लोग मिलकर चुनाव लड़े थे और इस बात को सब जानते हैं कि हम दोनों ही नहीं, जितने भी कांग्रेस के नेता हैं सभी ने जी-जान से मेहनत की। इस बात का हमें दुख है कि हम सरकार नहीं बना पाए।

सरकार रिपीट नहीं कर पाना बहुत बड़ी चिंता

बार बार हम मेहनत से सरकार बनाते हैं, लेकिन रिपीट नहीं कर पाते, यह बहुत बड़ी चिंता की बात है। इस बात पर भी खड़गे साहब ने संज्ञान लिया है और इस पर कार्रवाई भी होगी। लेकिन अभी हमारे सामने सबसे बड़ा टास्क लोकसभा चुनाव जीतना है।

राजस्थान में बीजेपी की सरकार मंत्रिमंडल क्यों नहीं बना पा रही

भजनलाल सरकार का मंत्रिमंडल बनने में देरी को लेकर पायलट ने कहा- बीजेपी में जो हालात दिख रहे हैं, उनके मंत्री तक नहीं बन पा रहे हैं। इतने लंबे समय तक अनिश्चितता रहती है तो लोगों में गलत प्रभाव जाता है। एक पूर्ण बहुमत की सरकार है, कोई कारण नहीं है कि यह अपने मंत्रिमंडल का निर्माण नहीं कर पाए। आचार संहिता के समय से काम अटके हुए हैं।

सरकार ने रोजगार पर पहला प्रहार किया

पायलट ने कहा- मुझे इस बात का दुख है कि सरकार बनने के बाद एक तरफ कहा जा रहा था कि पुराने योजनाओं को हम बंद नहीं करेंगे, लेकिन सबसे पहले सरकार ने जो प्रहार किया है वह रोजगार पर किया है। अगर आपको योजना का नाम पसंद नहीं है, काम करने वाले लोग पसंद नहीं है तो बदल सकते हो, लेकिन इतने हजारों नौजवानों को सरकार बदलने के बाद बिना वजह उनकी नौकरी समाप्त कर दे, यह गलत संकेत जाता है। यह नकारात्मक सोच है। आप नए अवसर नहीं दे पाए, लेकिन जो काम कर रहे हैं उनको बंद कर रहे हैं। यह गलत है, मैं इस बात से बिल्कुल सहमत नहीं हूं।

बीजेपी के घमंड को पूरा देश देख रहा है, जनता जवाब देगी

पायलट ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा- बीजेपी सरकार को केंद्र में 10 साल हो गए हैं। जनता बार-बार सवाल पूछ रही है। जनता के बीच हम ज्वलंत मुद्दे लेकर जाएंगे। राहुल गांधी के नेतृत्व में 14 जनवरी से यात्रा निकालने वाली है, उस यात्रा में हम देश के लोगों के मुद्दे उठाएंगे। यह सरकार संसद में तो 145 सांसदों को सस्पेंड कर सकती है, लेकिन जिस बीजेपी सासंद के पास से लोग संसद में घुसे उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। इस प्रकार आप पार्लियामेंट में विपक्ष को मुक्त करना चाहते हैं। लोकतंत्र में कहीं नहीं लिखा कि विपक्ष को नजरअंदाज करें, यह सारा देश देख रहा है कि केंद्र सरकार को इतना घमंड हो गया कि विपक्ष की बात सुनना तो दूर, वह तो सांसदों को सस्पेंड कर रहे है।

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