Loksabha Election: ओबीसी संगठन की मांग- मूल OBC को मिले टिकट, बोले- भाजपा कर रही अनदेखी, खामियाजा भुगतना पड़ेगा
Jaipur: लोकसभा चुनाव में झुंझुनूं से मूल ओबीसी (Loksabha Election) को टिकट देने की मांग जोर पकड़ रही है। इसे लेकर स्थानीय जांगिड़ मंगल भवन में ओबीसी समाज के संगठनों के प्रतिनिधिमंडल जुटे। उन्होंने आरोप लगाया कि समाज को उनके हक से वंचित किया जा रहा है। समाज के प्रतिनिधि मंडल ने बताया कि शेखावाटी में मूल ओबीसी जनसंघ के समय से भाजपा की विचारधारा से जुड़ा है। भाजपा का परंपरागत वोट बैंक रहा है। जब लोकसभा और विधानसभा चुनाव में भाजपा में दरी बिछाने के नाम पर गिने चुने लोग थे, तब पार्टी द्वारा मूल ओबीसी के कैंडिडेट उतारे थे। जिन्होंने अभाव में रहकर पार्टी के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ दिया और कुछ मार्जिन से चुनाव हारे थे।
‘मूल ओबीसी को हक से वंचित कर दिया गया’
उन्होंने कहा- मदनलाल सैनी 32 हजार से तथा (Loksabha Election) मातुराम सैनी 11 हजार मतों से चुनाव हारे थे। लेकिन वर्तमान में पार्टी 2014 के बाद मोदी लहर में मजबूत स्थिति में पहुंच चुकी है, तो मूल ओबीसी को हक से वंचित कर दिया गया है। विधानसभा चुनाव में भी मूल ओबीसी के हकों पर झुंझुनूं में भाजपा द्वारा कुठारघात किया गया था। उन्होंने कहा- शेखावाटी के चूरू और सीकर से एक वर्ग को टिकट दिया जा चुका है। आज पार्टी केवल एक ही वर्ग के तुष्टिकरण में इतनी आगे बढ़ चुकी है कि मूल भाजपा तथा मूल ओबीसी के कार्यकर्ताओं को अपना अस्तित्व भी संकट में दिखने लगा है। इस चुनाव में उनके लिए गंभीर संकट सामने खड़ा है। उन्होंने कहा कि यदि पार्टी भी अपनी मूल पूंजी से मुंह मोड़ने का मानस बना चुकी है तो मूल ओबीसी समाज भी पार्टी से अन्यत्र अपना विश्वास ढूंढने के लिए स्वतंत्र होगा। यह न केवल पार्टी बल्कि गुमराह करने वाले नेताओं के लिए भी एक सबक की तरह होगा।